शेरशाह सूरी

author
0 minutes, 6 seconds Read
शेरखाँ का असली नाम फरीद था उसे शेर खान की उपाधि बाहार खा लोदी ने दी थी

मुद्रा सुधार 

रुपया – चांदी
दाम – तांबे
1544 इसी में मेवाड़ पर आक्रमण मालदेव
मालदेव के सैनिक नेता व 
 शेरशाह ने कहा – मैं मुट्ठी भर बाजरे की खातिर भारत की  बादशाह खो देता
 ग्रैंड ट्रंक रोड का निर्माण करवाया 
वास्तविक नाम सड़क ए आजम
रोहेतगढ़ से सुनारगढ़ तक
 कुल लंबाई 1500 कोस
 
स्थापत्य कला
रोहवास गढ़ दुर्ग पंजाब में 
शेरमंडल दुर्ग दिल्ली
 शेरशाह का मकबरा सासाराम बिहार मे
इस मकबरे को मध्यकालीन भारत की स्थापत्य कला की दृष्टि से सुंदर इमारत माना जाता है
 शेरशाह की मृत्यु के बाद शेर साम्राज्य 3 साम्राज्य में विभाजित हो गया 
1:- सिकंदर शाह सुरी दिल्ली व पंजाब
2:- आदिल शाह सुरी बिहार 
3:- मोहम्मद शाह सुरी बंगाल

 
   

Similar Posts