जलियांवाला बाग हत्याकांड
रौलट एक्ट के आधार पर पंजाब के दो स्थानीय नेता डॉ सत्यपाल व डॉक्टर से सैफुद्दीन कीचलू को गिरफ्तार कर लिया गया था
इन नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में 13 अप्रैल 1919 ईस्वी को पंजाब के अमृतसर नामक स्थान पर जलियांवाला बाग में एक आम सभा का आयोजन किया गया था
इस आमसभा में जनरल डायर के द्वारा गोलियां चलाई गई थी जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए
इस गोलीकांड के विरोध में रविंद्र नाथ टैगोर ने सर की उपाधि लौटा दी थी
शंकरन नामक ने गवर्नर जनरल के परिषद से त्यागपत्र दे दिया
Er. Dinesh