लोहे पर जंग क्यों लगना है ?

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लोहे पर जंग लगना  , कुटी हुई सेव का काला होना,चाँदी पर काली परत , आ जाना ऐसा क्यूँ होता है? जानिए 

किसी धातु को खुले वातावरण में रखने पर और नमी की उपस्थिति में धातु ऑक्सीकृत हो जाती है , संक्षारण कहते हैं । •

 उदाहरण – 

लोहे पर जंग लगना , ताँबे पर हरे रंग की परत , चाँदी पर काली परत 

  1. लोहे पर जंग लगना यशदीकरण ( गेल्वेनाइजेशन ) द्वारा रोका जाता है , जिसमें लोहे पर जस्ते की परत चढ़ाई जाती है । ।
  2.  चाँदी पर हाइड्रोजन सल्फाइड ( HS ) गैस स सिल्वर सल्फाइड को काली परत बनती है । , •
  3. कटी हुए सेव का रंग भूरा हो जाता है , जो उसमें उपस्थित आयरन के ऑक्सीकरण से हो जाता है । ।
  4.  चिप्स को थैली में N , गैस भरी जाती है , जो चिप्स के ऑक्सीकरण को रोकती है । 
  5. घास , पत्तियों व यूरीन में बेन्जोइक अम्ल पाया जाता है ।
  6.   अनाज ( गेहूँ ) में ग्लुटैमिक अम्ल होता है । • 
  7. धातु की सतह साफ करने में सिट्रिक अम्ल का उपयोग किया जाता है । • 
  8. चमड़े का विरंजन करने , कपड़ों पर दाग धब्बे हटाने के लिए ऑक्जेलिक अम्ल का उपयोग किया जाता है । 
  9. खाडा पदार्थों के परिरक्षण में बेन्जोइक अम्ल का उपयोग किया जाता है । • 
  10. पेट की अम्लीयता टूर करने में मैग्नेशियम हाइड्रॉक्साइड

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